
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। उनके टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने से कई फैंस मायूस थे। टीम इंडिया के पूर्व मैनेजर ने अब रोहित के रिटायरमेंट पर बात की है।

Rohit Sharma: रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम के चुनाव से पहले ही रिटायरमेंट का ऐलान करके चौंका दिया। रोहित का टेस्ट करियर बढ़िया रहा लेकिन ऑस्ट्रलिया के खिलाफ श्रृंखला में वो संघर्ष करते हुए नजर आए। उस समय उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान नहीं किया और बाद में सभी को झटका दिया। कई लोगों को लगता है कि बीसीसीआई ने शर्मा को रिटायर होने के लिए मजबूर किया, ताकि वो नए सिरे से शुरू कर पाए। अब टीम इंडिया के पूर्व मैनेजर ने सच्चाई बताई है।
क्या रोहित शर्मा को रिटायरमेंट के लिए मजबूर किया गया?
अर्जुन मिरानी के पॉडकास्ट पर हाल ही में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान रहे टीम इंडिया के मैनेजर जयदेव शाह ने रोहित शर्मा के रिटायरमेंट पर बात की। बता दें कि जयदेव सौराष्ट्र क्रिकेट असोसिएशन के प्रेसिडेंट हैं। उन्होंने कहा, ‘रोहित के बच्चे का जन्म हुआ था। वो इसके बाद वापस आए और रन बनाने में असफल रहे। वो फॉर्म में नहीं थे। उन्हें आखिरी टेस्ट से बाहर कर दिया गया लेकिन उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीती। मुझे लगता है कि रोहित ने सोचा कि उन्हें रेड बॉल के मुकाबले वाइट बॉल पर ज्यादा फोकस करना चाहिए और अन्य खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।’
जयदेव ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि बोर्ड यह चीजें देख रहा था कि वो अगली टेस्ट चैंपियनशिप के लिए टीम कैसे बनाएंगे। दो साल की साइकिल होती है और अगर नए खिलाड़ी सेट हो जाते हैं, तो यह अच्छी चीज होगी। ऐसा लग नहीं रहा था कि रोहित दो और साल खेल सकते हैं। उन्हें चोट भी लगी थी, जिसकी वजह से वो IPL के कुछ मैच नहीं खेले। मुझे लगता है कि उन्होंने यही सोचा और टीम को नई साइकिल में सही तरह से तैयार होने के लिए छोड़ दिया। इतने महत्वपूर्ण फैसले रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ी खुद लेते हैं।’
रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट पर करेंगे फोकस
रोहित शर्मा ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप को अलविदा कह दिया था। वो टेस्ट से भी रिटायर हो चुके हैं। हालांकि, वनडे में उनका जलवा देखने को मिलता रहेगा। फैंस यह मानकर चल रहे हैं कि शर्मा 2027 का मेंस वर्ल्ड कप खेलेंगे। इसके लिए उन्हें आने वाले ढाई साल में लगातार वनडे में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।