
क़रीब छह साल पहले की बात है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ह्यूस्टन में एक साथ खड़े थे और ‘हाउडी मोदी’ रैली में हज़ारों लोगों को संबोधित कर रहे थे.
इस दौरान दोनों ने हाथ मिलाया, गले मिले, साझा मूल्यों और वैश्विक नेतृत्व पर ज़ोरदार भाषण दिया.
यह वह पल था, जिसे भारत और अमेरिका की साझेदारी का शिखर माना जाता था, लेकिन अब यह एक भूला हुआ अध्याय लगता है.
ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के सात महीने बीत चुके हैं और माहौल सौहार्द से टकराव में बदल गया है.
दोनों सहयोगी देश अब ट्रेड वॉर की ओर बढ़ रहे हैं. ट्रंप ने पिछले हफ़्ते भारत से आयात होने वाले सामान पर 25 फ़ीसदी टैरिफ़ लगाया है, जिसे पहले से ही सख़्त माना जा रहा था.