
बड़ौत, बागपत (उत्तर प्रदेश):
नवरात्रि और रामलीला के बीच राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हिंदू नेता साध्वी प्राची ने अपने बयान से नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने गरबा और रामलीला जैसे धार्मिक आयोजनों में आधार कार्ड से एंट्री अनिवार्य करने की मांग की।
सभा को संबोधित करते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि इन आयोजनों में मुस्लिम युवक अक्सर छेड़छाड़ की घटनाओं में शामिल पाए जाते हैं, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से पहचान पत्र दिखाना आवश्यक होना चाहिए। उन्होंने चुनौती दी कि यदि गरबा सुरक्षित स्थल है तो मुस्लिम परिवार अपनी बेटियों को भी वहां भेजें।
उनका यह बयान आते ही सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में गरमाहट बढ़ गई।
- कुछ लोगों ने इसे धार्मिक असहिष्णुता बताया।
- वहीं समर्थकों का कहना है कि यह कदम सुरक्षा सुनिश्चित करने का तरीका हो सकता है, बशर्ते यह नियम सभी पर समान रूप से लागू किया जाए।
Conclusion
साध्वी प्राची के इस बयान ने एक बार फिर धर्म और राजनीति को चर्चा के केंद्र में ला दिया है। अब देखना होगा कि इस पर सरकार और प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।