
बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और क़ानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाने पर चिराग पासवान ने सफाई दी है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि विपक्ष उनके बयानों को ग़लत नैरेटिव के साथ पेश करता है.
चिराग पासवान ने कहा, “मैं बिहार में सरकार का हिस्सा नहीं हूं, मैं सरकार का समर्थन कर रहा हूं. जब ऐसे दृश्य सामने आते हैं जो बिहारियों की चिंता को बढ़ाने का काम करते हैं, जिसमें क़ानून व्यवस्था एक चिंता का विषय कई बार बन जाता है और जिस तरह से हम लोग बिहार में आए दिन आपराधिक घटनाएं देखते हैं. ऐसे में मेरा प्रयास रहता है कि मैं अपनी बात सरकार के सामने मजबूती से रखूं, जिससे कि सकारात्मक क़दम उठाए जा सकें.”
उन्होंने कहा, “विपक्ष कई बार मेरी इन बातों को भ्रमित करके यह नैरेटिव सेट करने की कोशिश करता है कि मैं 2020 वाली भूमिका में वापस जाने की कोशिश कर रहा हूं. विपक्ष के ये सपने पूरे नहीं होने वाले.”
चिराग पासवान की पार्टी ने 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव गठबंधन से अलग होकर लड़ा था.
इससे पहले चिराग पासवान ने बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर कहा था कि इन घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से नाकामयाब है.
उन्होंने कहा था, “अगर मान लिया जाए कि सरकार को बदनाम करने की साजिश के तहत इन घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है तो भी ज़िम्मेदारी प्रशासन की बनती है. मुझे इस बात का दुख होता है कि मैं ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जहां पर अपराध पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है.”