
सरकार पोत परिवहन और जहाज निर्माण में नवाचारों के लिए यूरोप की ओर देख रही है तथा एशिया के प्रमुख शिपयार्डों से भारत में यार्ड स्थापित करने के लिए संपर्क कर रही है।

जापान, नॉर्वे और डेनमार्क के साथ बातचीत के बीच केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भारत के उभरते पोत परिवहन क्षेत्र को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए विश्व की यात्रा कर रहे हैं।
नॉर्वे में नॉर-शिपिंग व्यापार मेले का उद्घाटन कर लौटे मंत्री ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में बताया कि भारत पोत परिवहन में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है और उसने कोचीन शिपयार्ड जैसे भारतीय यार्ड और प्रमुख वैश्विक निजी क्षेत्र के शिपयार्ड के बीच कई संयुक्त उद्यमों के लिए दबाव डाला है।
सोनोवाल ने कहा, ‘यात्रा के दौरान, भारत और निजी क्षेत्र की भारतीय कंपनियों ने जहाज विनिर्माण परिवेश को और मजबूत करने और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के प्रयास के साथ भारत में समुद्री उपकरण और मशीन बनाने के लिए साझेदारी बनाने पर सहयोग की संभावनाओं का पता लगाया।
जहाज निर्माण में भारत की मजबूत क्षमताओं को स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकियों के साथ बरकरार रखा जाना चाहिए, जिसके वास्ते सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए कई करार किए गए हैं जो हमें इस संबंध में अपनी स्थिति को ऊपर उठाने के लिए सशक्त बनाते हैं।’
सरकार पोत परिवहन और जहाज निर्माण में नवाचारों के लिए यूरोप की ओर देख रही है तथा एशिया के प्रमुख शिपयार्डों से भारत में यार्ड स्थापित करने के लिए संपर्क कर रही है।