
लॉर्ड्स टेस्ट, 14 जुलाई 2025. वही तारीख़, वही मैदान. छह साल पहले इसी दिन, इसी लॉर्ड्स के मैदान में इंग्लैंड ने पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीता था.
उस दिन, कप्तान बेन स्टोक्स ने बाउंड्री पर ओवरथ्रो से मिले रन के बाद हाथ उठाकर माफ़ी माँगी थी. उन्हें लगा था कि खेल की भावना को ठेस पहुँची है.
इस बार, उसी लॉर्ड्स में बेन स्टोक्स ने वही हाथ जीत के जश्न में उठाए. टेस्ट क्रिकेट में ऐसा क्लाइमेक्स कम ही देखने को मिलता है-जब दो चोटिल खिलाड़ी (शोएब बशीर और जोफ़्रा आर्चर), एक थका हुआ कप्तान (बेन स्टोक्स) और एक अडिग ऑलराउंडर (रवींद्र जडेजा) मिलकर एक इतिहास रचते हैं.
भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया तीसरा टेस्ट मैच आख़िरी घंटे तक साँसें रोक देने वाला रहा. एक ओर बेन स्टोक्स मैदान पर अपने शरीर से लड़ते दिखे, तो दूसरी ओर रवींद्र जडेजा भारत की आख़िरी उम्मीद बनकर खड़े रहे.