
यमन में मौत की सज़ा का सामना कर रहीं भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मौत की सज़ा का दिन टलने की ख़बर के बीच बीबीसी अरबी सेवा ने निमिषा प्रिया के पूर्व बिज़नेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी के भाई अब्देल फ़तेह महदी से बात की.
निमिषा, तलाल अब्दो महदी की हत्या की दोषी क़रार दी गई हैं और उन्हें 16 जुलाई को मौत की सज़ा दी जानी थी. हालाँकि भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों से अब जानकारी मिली है कि यमन के स्थानीय प्रशासन ने 16 जुलाई 2025 को होने वाली उनकी मौत की सज़ा का दिन फ़िलहाल टाल दिया है.
अब्देल फ़तेह महदी ने निमिषा प्रिया के वकील के उन आरोपों से साफ़ इनकार किया जिनमें कहा गया था कि तलाल ने उनका (निमिषा का) शोषण किया और उनका पासपोर्ट अपने कब्ज़े में ले लिया.
साल 2017 में तलाल महदी का शव पानी की टंकी से बरामद किया गया था. 34 साल की निमिषा इस समय यमन की राजधानी सना की केंद्रीय जेल में बंद हैं.
उन पर आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने महदी को ‘बेहोशी की दवा की ज़्यादा ख़ुराक’ देकर मार डाला और फिर शव के टुकड़े कर दिए.