कौन हैं डॉ. रोहिणी घावरी जिन्‍होंने लगाया शोषण का आरोप? पहली बार चंद्रशेखर आजाद ने दिया जवाब

Who is Rohini Ghavari: डॉ. रोहिणी घावरी पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर चंद्रेशखर के खिलाफ लगातार आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि वह लोकसभा चुनाव 2024 तक वह चुप रहीं। उन्‍हें चिंता थी कि चंद्रशेखर का कोई नुकसान ना हो।

बिजनौर: भीम आर्मी के संस्थापक और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद एक युवती के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने उन पर शोषण के आरोप लगाए हैं। रोहिणी का दावा है कि चंद्रशेखर ने उनका और कई अन्य लड़कियों का शोषण किया है। उन्होंने चंद्रशेखर के खिलाफ केस दर्ज कराने और मामले को कोर्ट तक ले जाने की बात कही है। इस पूरे मामले में पहली बार चंद्रशेखर की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्‍होंने कहा कि वह इन आरोंपों का कोर्ट में जवाब देंगे।

मीडिया से बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने कहा- ‘ये मामला महिला के सम्मान से जुड़ा हुआ है। मेरे संस्कारों में है कि महिला के सम्मान के प्रति सजग रहूं। मुझे पता चला है वह कोर्ट जा रही हैं, तो मैं कोर्ट में ही इसका जवाब दूंगा।’

लोकसभा चुनाव तक चुप थी मैं: रोहिणी

गौरतलब है कि डॉ. रोहिणी घावरी पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर चंद्रेशखर के खिलाफ लगातार आरोप लगा रही हैं। उनका कहना है कि वह लोकसभा चुनाव 2024 तक वह चुप रहीं। उन्‍हें चिंता थी कि चंद्रशेखर का कोई नुकसान ना हो। लोकसभा चुनाव के समय रोहिणी ने X पर चंद्रशेखर को लेकर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था कि उन्होंने चंद्रशेखर को माफ कर दिया है। अब रोहिणी का कहना है कि उनके ऊपर आरोप लग रहे हैं, इसलिए उन्होंने चंद्रशेखर खिलाफ फिर से मोर्चा खोला है।

रोहिणी ने कई लड़कियों के शोषण का लगाया आरोप

डॉ. रोहिणी घावरी का कहना है कि जब वह चंद्रशेखर आजाद के साथ रिलेशन में थीं, तब मुझे पता चला कि वो शादीशुदा हैं। रोहिणी ने यह भी दावा किया है कि कई लड़कियां उनसे संपर्क कर रही हैं। इन लड़कियों के साथ चंद्रशेखर ने शोषण किया है। रोहिणी घावरी के आरोपों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। चंद्रशेखर आजाद के भविष्य पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है।

स्विटजरलैंड में रहकर एनजीओ चलाती हैं

डॉ. रोहिणी घावरी एक पीएचडी स्‍कॉलर हैं। सोशल मीडिया अकाउंटर पर उन्‍होंने लिखा है कि वह एक अस्‍पताल के सफाईकर्मी की बेटी हैं। 2019 में वह उच्‍च शिक्षा के लिए स्विटजरलैंड गई थीं। उन्‍हें पीएचडी पूरा करने के लिए 1 करोड़ रुपये की स्‍कॉलरशिप मिली थी। पिछले पांच साल से रोहिणी स्विटजरलैंड में जॉब कर रही हैं। वहां वह एक एनजीओ चलाती हैं। वह पहली बार तब चर्चा में आई थीं जब उन्‍होंने यूनाइटेंड नेशंस में अपनी स्‍पीच की शुरुआत जयश्री राम से की थी।

  • Related Posts

    दो भाइयों की बाइक डिवाइडर से टकराई, एक की मौत:बिजनौर में सड़क हादसा, हरिद्वार जल लेने जा रहे थे

    बिजनौर के मंडावली थाना क्षेत्र के भगुवाला के पास सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। बरेली से हरिद्वार जल लेने जा रहे दो भाइयों की बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर…

    बिजनौर में चाट खाने के बाद 3 दर्जन बीमार:फूड प्वॉयजनिंग का हुए शिकार, अधिकांश बच्चे; 5 जिला अस्पताल रेफर

    बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र के गांव कनकपुर कलां में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। गांव में शाम के समय चाट खाने के बाद करीब 30 लोग बीमार हो…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    फ़लस्तीन पर ब्रिटेन और फ़्रांस के बाद अब कनाडा भी एक बड़ा क़दम उठाने को तैयार

    • July 31, 2025
    • 1 views
    फ़लस्तीन पर ब्रिटेन और फ़्रांस के बाद अब कनाडा भी एक बड़ा क़दम उठाने को तैयार

    राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ़ के मुद्दे पर दक्षिण कोरिया को लेकर क्या एलान किया?

    • July 31, 2025
    • 1 views
    राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ़ के मुद्दे पर दक्षिण कोरिया को लेकर क्या एलान किया?

    भारत के साथ ट्रेड डील पर वार्ताओं से निराश हैं ट्रंप: व्हाइट हाउस के सलाहकार

    • July 31, 2025
    • 2 views
    भारत के साथ ट्रेड डील पर वार्ताओं से निराश हैं ट्रंप: व्हाइट हाउस के सलाहकार

    भारत पर 25 फ़ीसदी टैरिफ़ को लेकर ट्रंप ने अब कही ये बात

    • July 31, 2025
    • 2 views
    भारत पर 25 फ़ीसदी टैरिफ़ को लेकर ट्रंप ने अब कही ये बात

    भारत रूस के साथ क्या करता है मुझे परवाह नहीं: डोनाल्ड ट्रंप

    • July 31, 2025
    • 2 views
    भारत रूस के साथ क्या करता है मुझे परवाह नहीं: डोनाल्ड ट्रंप

    मोदी जिस सिंधु जल संधि पर बोले, उसमें पाकिस्तान के पास कौन से चार विकल्प हैं?

    • July 31, 2025
    • 1 views
    मोदी जिस सिंधु जल संधि पर बोले, उसमें पाकिस्तान के पास कौन से चार विकल्प हैं?